राज्य सरकार द्वारा हाल ही में घोषित पालकमंत्री के फैसले के बाद महागठबंधन के भीतर विवाद छिड़ गया है। रविवार को दिनभर शिवसेना नेताओं द्वारा इस संबंध में नाराजगी जताए जाने के बाद रायगढ़ और नासिक जिले के पालकमंत्री के फैसले को स्थगित करने का ऐलान किया गया है।
अगले आदेश तक स्थगिती
इस निर्णय को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। इससे उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी मंत्री अदिति तटकरे को बड़ा झटका लगा है। अदिति तटकरे को रायगढ़ के पालक मंत्री की जिम्मेदारी दी गई। हालाँकि, अब यह निर्णय स्थगित कर दिया गया है। वहीं नासिक के पालकमंत्री पद की जिम्मेदारी गिरीश महाजन को सौंपी गई। इससे गिरीश महाजन को भी बड़ा झटका लगा है।
कई और नेता भी है इच्छूक
इस बीच, इन दोनों जिलों के संरक्षक मंत्री बनने के इच्छुक गोगावले, भुसे और कोकाटे उत्साहित होने लगे हैं। हालांकि नासिक के पालकमंत्री पद के लिए एनसीपी अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल और शिंदे सेना के दादा भुसे के बीच प्रतिस्पर्धा थी, लेकिन गिरीश महाजन का नाम चर्चा में था। राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद गिरीश महाजन को पार्टी ने नासिक से दूर रखा।
हालांकि पार्टी स्तर पर वह विभिन्न कार्यक्रमों के लिए नासिक आते रहते हैं। हालाँकि, राज्य में चुनाव के बाद छगन भुजबल का नाम अचानक और नाटकीय ढंग से मंत्रिमंडल से हटा दिया गया।इस बीच, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि दोनों संरक्षक मंत्रियों के पदों के लिए कोई उम्मीदवार हैं या नहीं। यह देखना अभी बाकी है कि क्या कोई अलग निर्णय लिया जाता है।
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