महाराष्ट्र (maharashtra) के राज्य सरकारी कर्मचारियों (state worker) को हफ्ते में मात्र 5 दिन ही काम करने वाले सरकारी फैसले पर अब कांग्रेस नेता संजय निरुपम (sanjay nirupam) ने प्रतिक्रिया दी है। निरुपम ने एस फैसले के खिलाफ सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट (tweet)करते हुए कहा है कि, सरकार का यह फैसला मूर्खतापूर्ण है। साथ ही उन्होंने कर्मचारियों को दो अतरिक्त छुट्टी देने का कारण भी पूछा है।
क्या कहा निरुपम ने?
संजय निरुपम ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ' सरकारी कर्मचारियों को हफ्ते 2 दिन छुट्टी देने का सरकार का यह सेंसलेस निर्णय है. आखिर उन्हें 2 दिन छुट्टी देने का आधार क्या है? सरकारी कर्मचारी पहले से ही आलस्य के लिए बदनाम हैं। क्या हम उन्हें उनकी कामचोरी के लिए पुरस्कृत कर रहे हैं? आप भी देखिए उनका यह ट्वीट:
A senseless decision by Maharashtra Govt to provide 5-day working week for state employees.
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) February 13, 2020
What's point in having 2 holidays every week ?
Govt staffs are already infamous for laziness.
Are we rewarding them for their Kamchori ? pic.twitter.com/g3zfioWNIp
आपको बता दें कि बुधवार को सीएम उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) की कैबिनेट ने सरकारी कर्मचारियों को हफ्ते में मात्र 5 दिन यानि सोमवार से शुक्रवार (working Monday to Friday)तक काम करने और शनिवार और रविवार को छुट्टी देने का आदेश जारी किया. यह नियम 29 फरवरी से पूरे राज्य में लागू हो जायेगी।
उद्धव के इस फैसले का कुछ मंत्रियों ने समर्थन किया है तो कुछ ने विरोध। इस फैसले के खिलाफ खुद उपमुख्यमंत्री अजित पवार (ajit pawar) भी हैं। उन्होंने भी इस फैसले के खिलाफ नाराजगी जताई है। यही नहीं उद्धव की कैबिनेट के मंत्री बच्चू कडू (bachhu kadu) भी इस फैसले से नाराज दिखे और उन्होंने भी इस फैसले पर सवाल उठाया है।
वैसे एक बात यह भी है कि यह नियम भले ही महाराष्ट्र में अब आया हो लेकिन राजस्थान, बिहार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में पांच दिन की व्यवस्था पहले से ही लागू है।