महाराष्ट्र विधानमंडल का आज से बजट सत्र शुरु हो रहा है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने शिवसेना पार्टी का नाम और धनुष्यबान इस्तेमाल करने की इजाजत शिंदे को गुट दे दी है। जिसके बाद अब भरत गोगावले ने शिवसेना के 55 विधायकों को 'व्हिप' जारी किया है। (MAHARASHTRA VIDHANMANDAL BUDGET SESSION 2023 NEWS)
बजट सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के 'वर्षा' बंगले में 40 विधायकों के साथ बैठक की। इसमें बजट की रणनीति पर चर्चा हुई। इस बैठक में व्हिप जारी करने का भी निर्णय लिया गया। ठाकरे समूह के दावे के मुताबिक, शिंदे समूह उन्हें व्हिप जारी नहीं कर सकता क्योंकि वे एक अलग समूह हैं। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर भी कह रहे हैं कि वे शिवसेना को एक पार्टी के रूप में जानते हैं क्योंकि उन्हें ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है कि दो गुट हैं।
इस बीच भरत गोगावले ने यह भी स्पष्ट किया है कि अधिवेशन के लिए हाजिरी व्हिप का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, भले ही यह जारी हो।
क्या होता है व्हिप
व्हिप पार्टी का आदेश होता है। यदि इस आदेश का पालन नहीं होता है तो पार्टी की ओर से पीठासीन अधिकारी से निवेदन किया जाता है की संबंधित विधायक की सदस्यता रद्द कर दी जाए। इसलिए, आगे के कई घटनाक्रम इस बात पर निर्भर करते हैं कि शिंदे गुट के 40 और ठाकरे गुट के 15 विधायक समेत कुल 55 विधायक इस सम्मेलन में कैसे भाग लेते हैं।
आज से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में नौ मार्च को राज्य का बजट भी पेश होने जा रहा है।
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