माहिम में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मुख्यालय के नीचे सड़क को हाकर्स जोन के रूप में नामित करने के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम(BMC) से परेशान होकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(MNS) ने बीएमसी के खिलाफ विरोध शुरू करने का फैसला किया है। एमएनएस (MNS) ने दावा किया है कि रिहायशी इलाकों में अधिकांश हॉकिंग पिचों को चिह्नित किया जा रहा है। मनसे नेता ने इसे एक "दोषपूर्ण कदम" कहा है जो निवासियों को असुविधा देगा।
हॉकर्स पॉलिसी को रद्द करने की मांग
मनसे का कहना है की "हॉकर्स ने माहिम-दादर बेल्ट में शांति को बाधित करेंगे," MNS ने BMC से पूरी प्रक्रिया को रद्द करने और नए सिरे से शुरू करने को कहा है। मनसे ने मुंबई में कई बार बीएमसी को हॉकर्स पॉलिसी को रद्द करने की मांग भी की है। मनसे ने कई बार बीएमसी को चेतावनी भी दी है की अगर बीएमसी मुंबई में हॉकर्स पॉलिसी को रद्द नहीं करेगी तो मनसे अपने स्टाइल में आंदोलन करेगी।
इस बीच, राज्य चुनाव आयोग ने मनसे के नये झंडे पर मिली शिकायत के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को एक पत्र लिखकर शिकायत पर कार्रवाई का आदेश दिया है। यह नोटिस संभाजी ब्रिगेड और मराठा महासंघ की शिकायत के बाद भेजा गया है , जिसमें तर्क दिया गया कि किसी भी राजनीतिक दल द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा इस्तेमाल किए गए राजमुद्रा का उपयोग करना गलत था। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने 23 जनवरी को पार्टी का पहला महाधिवेशन आयोजित किया था और इस महाधिवेशन में पार्टी के नये झंडे को लोगों के सामने लाया था।
अमित ठाकरे को भी बनाया पार्टी का नेता
राज ठाकरे ने जहा पार्टी का नया झंडा लोगों के सामने लाया तो वहीं दूसरी ओर अपने बेटे अमित ठाकरे को भी पार्टी में अधिकारिक पद दिया। ये झंडे को उन्होने पूरी तरह से भगवा रंग दिया है। इसके असावा झंडे में शिवाजी के समय की राजमुद्रा का भी फोटो लगाया गया है। इसके साथ ही राज ठाकरे ने अपने बेटे अमित ठाकरे को भी अधिकारिय तौर पर पार्टी में लॉन्च किया ।
यह भी पढ़े- 'राज ठाकरे जैसे नेता को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए'