प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओ और बुजुर्गो को शौच के लिए घर से बाहर जाने और उसके कारण होनेवाली परेशानियो को देखते हुए 'हर घर शौचालय' बनाने के लिए कई योजनाएं शुरु की और महिलाओ को उनका सम्मान दिलाया। हालांकी अब प्रधानमंत्री के राज मे ही खुले आम शौचालय की चोरी हो रही है, जिसके कारण महिलाओं और बच्चो को शौचालय जैसी बुनियादी सुवाधिओं के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
लोकसभा चुनाव के पहले शौचालय को प्रशासन ने हटाया
कांदिवली पश्चिम के अभिलाख नगर मे बीएमसी ने महिलाओ के लिए पहले तो एक अस्थाई शौचालय बनाया, हालांकी ठिक इसी साल लोकसभा चुनाव के पहले इस शौचालय को स्थानिय बीएमसी प्रशासन ने वहां से हटा दिया।
महिलाओ को बना रहता है गंभीर बीमारियो का खतरा
स्थानिय महिलाओ के लिए आसपास ये एकमात्र महिला शौचालय था। इस शौचालय के हटने के बाद अब इलाके की महिलाओ को पुरुष के लिए बने शौचालय का इस्तेमाल करना पड़ता है। जिसमे हाइजिन की समस्या तो होती है, साथ ही महिलाओ को कई तरह की बीमारियां होने की भी संभावना बनी रहती है।
स्थानिय निवासी और एडवोकेट अरविंद दुबे ने इस मामले मे प्रशासन से आरटीआई के जरिए इस मामले मे जानकारी मांगी। एडवोकेट अरविंद दुबे के अनुसार आरटीआई मे ये बात सामने आई है की इस शौचालय को स्थानिय विधायक योगेश सागर के आदेश के बाद हटाया गया है।
"महिलाओ के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं"
एडवोकेट अरविंद दुबे का कहना है की "पहले इस जगह पर पक्का शौचालय था,जो पिछले 20 से 25 सालो से यहां था, कुछ समय पहले नाले के चौरीकरण के नाम पर पक्का शौचालय को तोड़ा गया और उसकी जगह एक अस्थाई शौचालय बनाया गया, हालांकी लोकसभा चुनाव के ठिक पहले, जब महिलाएं अपने- अपने घरो पर सो रही थी और पुरुष काम पर गए थे, तभी मात्र 15 से 20 मिनट के अंदर इस अस्थाई शौचालय को भी ये कहकर हटा दिया गया की यहां पर इसे रिपेयर किया जाएगा, हालांकी अभी तक महिलाओ के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं हुई है"
स्थानिय लोगो ने शौचालय चोरी होने की शिकायत भी पुलिस और बीएमसी प्रशासन से की, हालांकी अभी तक उनकी शिकायत पर कोई भी कार्रवाई नही हुई है।