जून में मुंबई में 11,569 घर बिके। इस घर की बिक्री से राज्य सरकार को स्टांप ड्यूटी के रूप में 1001 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। मई में 12 हजार घर बिके थे। उसकी तुलना में जून में घरों की बिक्री में मामूली कमी आई है, हालांकि साढ़े ग्यारह हजार घरों की बिक्री पिछले बारह सालों में जून में सबसे ज्यादा घरों की बिक्री है।
कोरोना महामारी के बाद किफायती आवास की जरूरत पैदा हुई है जिससे घरों की बिक्री में तेजी आई है। इस बीच, मुंबई में इस समय बड़ी संख्या में पुनर्विकास परियोजनाएं चल रही हैं और उनके जरिए बड़ी संख्या में नए घर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस हिसाब से पिछले दो-तीन सालों में घरों की बिक्री में तेजी आई है। 2024 में भी घरों की बिक्री में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। हर महीने करीब 10,000 से 14,000 घर बिके हैं।
जनवरी में 10,967, फरवरी में 12,056, अप्रैल में 11,648 और मई में 12 हजार घर बिके। 2024 में सबसे ज्यादा घर मार्च में बिके। मार्च में 14,149 घर बिके और इससे सबसे ज्यादा 1,123 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला। जून में भी घरों की बिक्री संतोषजनक रही। जून में मुंबई में 11,569 घर बिके और 1001 करोड़ रुपये की स्टांप ड्यूटी वसूली गई। बरसात के मौसम यानी जून-जुलाई में घरों की बिक्री में कमी देखने को मिलती है। इसलिए पिछले 12 सालों के मुकाबले जून में घरों की बिक्री सबसे ज्यादा रही है।
जून 2013 से जून 2014 के बीच 4,800 घर बिके। जबकि जून 2015 से जून 2022 तक घरों की बिक्री 5 हजार से 10 हजार के बीच रही। जून में पश्चिमी और मध्य उपनगरों में घरों की मांग अधिक रही, जबकि 500-1000 वर्ग फीट वाले घरों की बिक्री सबसे अधिक हुई।
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