राज्य में होनेवाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपनी अपनी तैयारी शुरु कर दी है। जहां एनसीपी और कांग्रेस ने गठबंधन में सीटों का एलान कर दिया है तो बीजेपी और शिवसेना भी सीट बंटवारे को लेकर लगभग फैलसे तक पहुंच गए है। कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना और बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के लिए सभी वर्गों के वोट के लिए अपनी अपनी कवायद शुरु कर दी है। राज्य मराठी वोट बैंक के साथ साथ उत्तर भारतीय वोटों पर भी सभी पार्टियों की नजरें टीकी हुई है। मुंबई , पुणे और कई इलाको में उत्तर भारतीयों की अच्छी खासी संख्या है। यही उत्तर भारतीय कुछ सीटों पर निर्णायक भूमिका भी निभाते है। लिहाजा अब सभी पार्टियों ने उत्तर भारतीय वोटों के लिए अपनी कमान कस ली है।
मुंबई , ठाणे , नासिक , पालघर, पुणे और चिंचवड़ में हिंदी भाषियों की संख्या अच्छे तादाद में है। साल 2014 के विधानसभा चुनाव के पहले राज्य में हिंदी भाषिय़ों को कांग्रेस का वोट बैंक माना जाता था लेकिन साल 2014 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हिंदी भाषियों ने नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी को अपना वोट देना शुरु कर दिया। साल 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर भारतीय मतदाताओं ने बीजेपी का रुख करना शुरु किया। हालांकी धीरे धीरे शिवसेना ने भी उत्तर भातरीय मतदाताओं में अपनी पकड़ बनानी शुरु की।
उत्तर भारतीय मंच पर दिखे राज ठाकरे
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने भी लोकसभा चुनाव के पहले हिंदी भाषियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया। यह पहली बार था की राज ठाकरे ने किसी उत्तर भारतीय कार्यक्रम को संबोधित किया।
बीजेपी ने भी उतारे उत्तर प्रदेश के नेता
राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के कई नेताओं को महाराष्ट्र में भेजा है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या पिछलें एक महिने से राज्य में डेरा डाले हुए है । वह अलग अलग उत्तर भारतीय बहुल इलाको में जाकर लोगों से बीजेपी को वोट देने की अपील कर रहे है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी भी मुंबई और आसपास के इलाको में रैलियों को संबोधित कर रहे है और बीजेपी उम्मीदवारों को वोटच देने की अपील कर रहे है।
शिवसेना की भी नजर उत्तर भारतीय वोटों पर
मुंबई के उत्तर भारतीय वोटों पर शिवसेना की भी नजर है।गोरेगांव के दिंडोशी में उत्तर भारतीयों के कार्यक्रम कजरी महोत्सव में युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे पहुंचे थे। इस दौरान उत्तर भारतीय समाज का प्रतीक माना जाने वाला लाल रंग का गमछा पहनाकर उनका स्वागत किया गया। इस मौके पर उनके साथ दिंडोशी विधानसभा के विधायक सुनील प्रभु और NCP से शिवसेना में प्रवेश करने वाले सचिन अहीर भी थे।इस कार्यक्रम का आयोजन शिवसेना के नेता आनंद दुबे और अशोक तिवारी ने किया था।
आपको बता दें कि मुंबई और आसपास के इलाकों में कुल 40 लाख से भी अधिक उत्तर भारतीय रहते हैं। इतनी बड़ी संख्या में रहने वाले ये उत्तर भारतीय वोटर्स चुनाव में किसी भी पार्टी की किस्मत तय कर सकते हैं। इसीलिए हर पार्टी की नजर इन पर रहती है।