'पवार साहब सभी विषयों पर बोलते हैं। हालांकि, उन्होंने अभी तक मराठा समुदाय के आरक्षण के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा है,' यह कहते हुए कि भाजपा नेता नीलेश राणे (nilesh rane) ने मराठा आरक्षण के मुद्दे पर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार (sharad pawar) पर निशाना साधा है। राणे ने यह भी सवाल उठाया है कि पवार ने मराठा आरक्षण (maratha reservation)के मुद्दे पर बैठक क्यों नहीं बुलाई।
बीजेपी नेता नीलेश राणे (nilesh rane) ने शरद पवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, मराठाओं को आरक्षण मिले पवार इसके लिए इच्छुक नहीं हैं।
नीलेश राणे ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, पवार साहब सभी मुद्दों पर बोलते हैं, लेकिन अभी तक मराठा समुदाय के आरक्षण के बारे में एक भी शब्द नहीं बोला है। ठीक उसी तरह जैसे पवार साहब मुस्लिम समुदाय की बैठक के लिए मुंबई आए थे, उन्होंने मराठा समाज के आरक्षण के लिए बैठक क्यों नहीं आयोजित की??
नीलेश राणे ने कैबिनेट मंत्री अशोक चव्हाण (ashok chavhan) के कार्य पद्धति पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा, कोर्ट ने निर्णय को भले ही लगभग 3-4 दिन हो गए हैं, लेकिन महाराष्ट्र सरकार अभी भी मराठा आरक्षण के बारे में अपनी भूमिका के बारे में स्पष्ट नहीं है। अशोक चव्हाण के कार्य के अनुभव को हम जानते हैं। वे कभी भी कोई काम समय पर नहीं करते और उसे पूरा भी नहीं करते है। ऊपर सेे मुख्यमंत्री का कार्य शून्य है। नीलेश राणे ने कहा है कि उन्हें एक झटका देना होगा।
इस मुद्दे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (chandrakant patil) ने शरद पवार (sharad pawar) की आलोचना करते हुए कहा, उन्हें पहले भी इसकी उम्मीद नहीं थी कि शरद पवार मराठा समुदाय को आरक्षण दिलाएंगे। पिछले 50 वर्षों से राजनीति में होने के कारण पवार यह कर सकते थे, लेकिन उनकी पार्टी लगातार 15 वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद मराठा आरक्षण लागू नहीं कर पाई। इन्होंने बापट समिति भी बनाई थी, जिसने मराठा समुदाय को पिछड़ा कहा था। इस पर मतदान भी हुआ था, लेकिन रिपोर्ट को खारिज कर दिया गया। लोकसभा चुनावों में हार के बाद, जल्दबाजी में विधानसभा चुनाव से पहले राणे समिति के आधार पर आरक्षण दिया गया। हालांकि, यह आरक्षण अदालत में नहीं चला।