प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ठाकरे समूह के नेता और उद्धव ठाकरे के विश्वासपात्र रवींद्र वायकर के जोगेश्वरी स्थित घर पर छापा मारा है। मंगलवार सुबह ईडी की टीम ने वाइकर के घर पर छापेमारी की। ईडी की इस टीम में 10 से 12 अधिकारी शामिल हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम सुबह करीब 8:30 बजे वाइकर के घर पहुंची। इसके बाद ईडी वायकर के घर की तलाशी ले रही है।
समझा जाता है कि ईडी ने यह छापेमारी जोगेश्वरी में प्लॉट घोटाले के सिलसिले में की है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या ईडी को इस छापेमारी में किसी सबूत की जरूरत है और क्या उसके मुताबिक ईडी रवींद्र वायकर के खिलाफ गिरफ्तारी की कार्रवाई करेगी।
इस मौके पर ठाकरे गुट का एक और नेता ईडी की गिरफ्त में आ गया है. इससे पहले ईडी ने ठाकरे समूह के नेता संजय राउत और अनिल परब के घर पर छापेमारी की थी। इनमें संजय राउत को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें करीब तीन महीने तक जेल में रहना पड़ा था। इसके बाद लगातार रवींद्र वायकर का नाम चर्चा में रहा. रवींद्र वायकर से पहले ईडी ने जांच की थी। बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने रवींद्र वायकर पर वित्तीय हेराफेरी के कई आरोप लगाए थे।
सोमैया ने कहा था कि उद्धव ठाकरे और रवींद्र वायकर के व्यापारिक हित हैं। सोमैया ने कई बार चेतावनी भी दी थी कि रवींद्र वायकर जल्द ही जेल जाएंगे। हालांकि वायकर के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। हालांकि, आज ईडी की टीम ने वाइकर के घर पर छापेमारी कर निर्णायक कार्रवाई की ओर पहला कदम बढ़ाया है, ऐसे में ये देखना अहम हो गया कि आगे क्या होगा।
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