अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को गोरेगांव में घोषणा की कि मनसे बिना किसी के साथ गठबंधन किए अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। राज्य सरकार ने तब मुफ्त पैसा बांटने की योजना की घोषणा की है जब चुनाव के लिए किसी ने पैसा नहीं मांगा था और जनवरी-फरवरी में सरकार के पास कर्मचारियों को भुगतान करने के लिए पैसा नहीं होगा। (Maharashtra Navnirman sena will contest Maharashtra assembly elections alone)
शिंदे सरकार की ओलचना
ठाकरे ने समझाया कि पैसे देने के बजाय महिलाओं और अन्य लोगों को रोजगार और काम दिया जाना चाहिए। ठाकरे ने 'मुख्यमंत्री माझी लाडली बहन योजना' और अन्य योजनाओं की आलोचना की। उन्होने कहा की यह याद रखना चाहिए कि विधानसभा चुनाव के बाद मनसे सत्ता में होगी। ठाकरे ने लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप महाराष्ट्र को बेहतर बनाने का संकल्प व्यक्त किया।
मनसे कार्यकर्ताओं से सतर्क रहने की अपील
यदि मनसे की एक महिला कार्यकर्ता ने बदलापुर के एक स्कूल में छोटी लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने नहीं लाया होता, तो इसका कभी पता नहीं चलता। ठाकरे ने उम्मीद जताई कि मनसे कार्यकर्ताओं को सतर्क रहना चाहिए और इस पर नजर रखनी चाहिए कि कहीं लोगों को धोखा तो नहीं दिया जा रहा है या उनके साथ गलत व्यवहार तो नहीं किया जा रहा है।
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